Disorder in Deen Dayal Upadhyay Hospital.
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दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में अव्यवस्था का आलम

Disorder in Deen Dayal Upadhyay Hospital.

Disorder in Deen Dayal Upadhyay Hospital.

शिमला: के जोनल हॉस्पिटल दीन दयाल उपाध्याय (Deen Dayal Upadhyay Hospital) में फुट फॉल बढ़ने से व्यवस्था की पोल खुल गई है। हॉस्पिटल में चार जिलों के पेशेंट इलाज कराने आते हैं। रोड के साथ बना यह हॉस्पिटल सुविधा के नाम पर पेशेंट को निराश कर रहा है। कैंपस में अपनी बारी का इंतजार कर रहे मरीज जमीन पर बैठते हैं। हॉस्पिटल के बाहर 5 के करीब बेंच लगाए गए हैं। जिस पर 10 से 15 लोग ही बैठ पाते हैं।

छोटा पड़ गया DDU 
जोनल हॉस्पिटल में साल में सवा दो  लाख के करीब OPD रहती है। यहां शिमला, सिरमौर, सोलन और किन्नौर के लोग इलाज कराने आते हैं। शहर के बीचों बीच बने इस हॉस्पिटल में लोगों को आने जाने में सहूलियत तो मिलती है लेकिन ओवर क्राउडिंग की वजह से इलाज के लिए इंतजार करना पड़ता है। हॉस्पिटल के कमरे भी छोटे होने की वजह से रूम में कम पेशेंट ही एडमिट होते हैं। इलाज सही से मिलने के बाद भी मरीजों को IGMC शिफ्ट करना पड़ता है, क्योंकि हॉस्पिटल के पास जगह की कमी है।

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पार्किंग की भी नहीं कोई सुविधा
यहां पर गाड़ी पार्क करने के लिए पार्किंग की सुविधा भी नहीं है। नतीजा यहां इलाज कराने आ रहे मरीज के तीमारदार लिफ्ट पार्किंग में गाड़ी लगाते हैं। कैंपस में सारे हॉस्पिटल  स्टाफ की भी गाड़ियां नहीं लग पाती। तीमारदारों के अलावा डॉक्टर भी इस परेशानी को झेल रहे हैं। 

MS बोले सरकार के सामने रखी जाएगी समस्या
DDU
हॉस्पिटल के MS डॉ. लोकेंदर शर्मा का कहना है कि कुछ समय से हॉस्पिटल में क्षमता से ज्यादा पेशेंट आ रहे हैं। हॉस्पिटल की पहली जिम्मेदारी पेशेंट का इलाज कराना है। सरकार के से सामने यह मांग रखी जाएगी की स्टाफ के ऑफिस अगर कहीं और शिफ्ट किए जाए। ताकि हॉस्पिटल में कुछ स्पेस खुले। दूर दराज के जिलों से आ रहे पेशेंट को इलाज के नाम पर भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि यहां पार्किंग की भी सुविधा नहीं है। गाड़ी हॉस्पिटल के गेट तक आती है लेकिन पार्किंग की सुविधा न होने से लोगों को परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि यहां 1855 से हॉस्पिटल चल रहा है। उस वक्त पार्किंग की ज्यादा जरूरत नहीं थी। लेकिन अब पार्किंग की जरूरत है। इसलिए सरकार से मांग की जाएगी कि जल्द से जल्द इस समस्या पर विचार किया जाए।